उप्र चुनाव 2022 : वादों और दावों की राजनीति में सपा व कांग्रेस में मची होड़
UP Election 2022: Competition between SP and Congress in the politics of promises and announcements
17 नवंबर 21
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही तमाम दलों ने जनता को प्रभावित करने की कवायद तेज कर दी है। कहीं विकास के दावे हैं तो कहीं योजनाओं की भरमार, इसके बीच लुभावने वादों का दौर भी तेज होे गया है। फिलहाल तो सपा और कांग्रेस में चुनावी वादों और घोषणाओं का मुकाबला चल रहा है। कांग्रेस महिलाओं के सहारे तो सपा युवाओं के सहारे सत्ता हासिल करने की जुगत बिठा रहे हैं।
तीन सौ यूनिट बिजली फ्री
यूपी के चुनाव में सबसे बड़ी घोषणा तीन सौ यूनिट बिजली फ्री देना है। सपा और आप के बाद अब कांग्रेस भी बिजली मुफ्त देने की बात करती नजर आ रही है। दिल्ली में कामयाब हुआ मुफ्त बिजली का फार्मूला अब यूपी में भी आजमाने की तैयारी हो गई है। हालांकि अभी तक किसी पार्टी ने बिजली मुेफ्त देने से सरकार को होने वाली राजस्व की क्षति की भरपाई करने की योजना को सामने नहीं लाया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में महंगी बिजली से आमजन बेहद त्रस्त है।
युवाओं और महिलाओं का सहारा
सपा को नारा है युवाओं का साथ तो कांग्रेस ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा लगाकर प्रदेश के चुनाव को नई दिशा देने की कोशिश की है। लैपटॉप और छात्रसंघ चुनाव के कारण युवाओं का रुाान सपा की तरफ रहता है। इन युवाओं से कांग्रेस ने लड़की को अलग करने की कोशिश की है। लड़की हूं, लड़ सकती हूं नारा भी प्रदेश में तेजी से फैल रहा है। देखना हैै कि आने वाले चुनाव में किसको कितना फायदा मिलता है।
सरकारी नौकरियों का प्रलोभन
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार बनने पर दस लाख नौकरी देने की घोषणा की है। इसपर कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने बीस लाख नौकरी देने का एलान करके नहले पर दहला मारा है। दरअसल, प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में सरकारी नौकरी बहुत कम मिली है, सरकार ने जो नियुक्तियां निकाली थीं, उसमें ज्यादातर न्यायिक व्यवस्था में उला गई हैं। सियासी जानकार मानते हैं कि युवाओं को प्रभावित करने के लिए नौकरी बड़ा मुद्दा बन सकता है।
बसपा खामोश-भाजपा विकास पर केंद्रित
सत्ताधारी दल भाजपा प्रचार में सबसे आगे दिख रही है। भाजपा का पूरा जोर विकास पर केंद्रित है। तमाम योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास के दौर शुरू हो गया है।भाजपा युवाओं को मोबाइल व लैपटॉप बांटने की योजना भी बना रही है। इस बीच बसपा का अपना पुराना नारा सुशासन, विकास और सर्वधन हिताय, सर्वधन सुखाय ही चल रहा है।