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कबूतरबाजी का तीन दिनी मुकाबला : मुरादाबाद ने मेरठ को दी करारी शिकस्त

Pigeon-flying three-day match: Moradabad defeated Meerut

23 नवंबर 21
मुरादाबाद : पीतल के नाम से मशहूर मुरादाबाद कई बाजियों के लिए भी खासा मशहूर है। पतंगबाजी के साथ यहां की कबूतरबाजी ने भी कई सूबों में अपनी पहचान बना बना रखी है। कबूतरबाजी मुकाबले का अहम इनाम फिर मुरादाबाद की ­ोली में है। खास बात यह है कि मेरठ के कबूतरबाज ने मुरादाबाद की टीमों को चेलेंज किया था।

मुकाबला जीता 2-0 से

बहरहाल मुरादाबाद ने चुनौती का स्वीकार किया और शानदार जीत भी हासिल की। कबूतर पालने और उड़ाने के शौकीनों में यह मुकाबला चर्चा का विषय बना हुआ है।
कबूतरबाजी टीम के अमान पठान ने बताया कि मेरठ के मेराज ने मुरादाबाद की टीमों को तीन दिन का प्रतियोगिता करने का चेलेंज किया था। इस चुनौती के पप्पू उस्ताद ने कबूल किया और मुकाबले में अपने कबूतर उड़ाए। दसवां घाट स्थित राजू की छत से अपने कबूतर उड़ाए थे। जानकार बताते हैं कि तीन दिनी प्रतियोगिता के दौरान हवा तेज हो गई थी जो कबूतर की उड़ान को प्रभावित करती है। इसके बाद भी पप्पू उस्ताद के सिखाये कबूतर लगातार उड़ते रहे और उन्होंने 2-0 से शानदार जीत हासिल की है।

कबूतरबाजी का दौर फिर लौटा

प्रतियोगिता में पहले मैच में 60 कबूतर उड़ाए गए जबकि अगले दिन 64 कबूतरों ने उड़ान भरी। जानकार बताते हैं कि दूसरे दिन कम कबूतर उड़ान भरते हैं, लेकिन पप्पू उस्ताद के अधिक कबूतर उड़े जो काफी हैरान करने वाला है। प्रतियोगिता में शर्त थी कि मुकाबले से मुकरने पर 25 हजार रुपये जुर्माना तय किया गया था, जिसे पहले ही जमा कराया गया था। कबूतर के शौकीनों ने कहा है कि इस मुकाबले से मुरादाबाद में फिर कबूतरबाजी का दौर लौटा है। शहर में इस वक्त बीस टीमें एक साथ 101 कबूतर और 34 टीमें 51 कबूतर उड़ाने में सक्षम हैं।

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