19 नवंबर 21
नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा तीनोंं कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलाान करने के बाद हमलावर हुए विपक्ष ने अब किसान आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों का मुद्दा जोरशोर से उठाने की तैयाारी की है। कांग्रेस इसे संसद सत्र में उठाएगी जिसके लिए विपक्षी दलों को भी तैयारह किया जाएगा। दरअ्सल, विपक्ष आने वाले पांच राज्यों के चुनाव तक इस मुद्दे पर सरकार को घेरे रखना चाहता है।
कांग्रेस नेता ने किया ऐलान
षि कानूनों को लेकर देश का किसान आंदोलन पर उतरा और सरकार से कड़ा संघर्ष किया। दिल्ली कूच के दौरान पानी की बौाार ोलने के बााद कड़कड़ाती सर्दी, तपती धूप और भारी बरसात में किसान दिल्ली के बार्डर पर जुटे रहे। किसानों के आंदोलन के समर्थन में उतरी कांग्रेस पल-पल किसानों के साथ खड़ी रही। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार किसाानों के समर्थन में बयान जारी करते रहे। हालांकि धीरे-धीरे पूरा विपक्ष किसानोंं के साथ हो गया। आंदोलन को जोर दबरदस्ती से खत्म करने और किसानों पर तमाम आरोप लगााने से आंदोलन और मजबूत होता गया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़के ने कहा है कि कृ,ि कानून रद हो गए हैं, अब आंदोलन के दौरान शहीद हुए सात सौ किसानों का मुद्दा उठाया जोरशोर से संसद में उठाया जाएगा।
शहीद किसानों के आश्रितों को मिले नौकरी
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी ने भी शहीद किसानोंं किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार को किसानोंं की मौत पर देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को मरने वााले किसानों की आर्थिक मदद करने के साथ उन्हें सरकारी नौकरी देनी चाहिए। रालोद नेता जयंत चौधरी ने भी शहीद किसानों का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खेती कानून वापस लेने के फैसले को प्रत्येक किसान की जीत बताया हैै।