जंग-ए-सियासत : ‘मुल्ला’ मुलायम सिंह के बाद अखिलेश ‘अली जिन्ना’
Jang-e-Siyasat: 'Mulla' Mulayam Singh after Akhilesh 'Ali Jinnah'
06 लखनऊ 21, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक आने के साथ सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। एक दूसरे पर हमलावर दल अब व्यक्तिगत हमले की तरफ बढ़ने लगे हैं। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को जिन्ना बताकर सोशल मीडिया में नई बहस शुरू कर दी है। हालांकि अधिकांश लोग उप मुख्यमंत्री के प्रतिष्ठित पद पर होने के बावजूद ऐसे बयान को उचित नहीं मान रहे हैं। याद रहे कि भाजपा नेताओं ने समाजवादी पार्टी के जन्मदाता व अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव को भी मुल्ला नाम दिया था।
पिछड़े वोटों की है असली लड़ाई
दरअसल, अंबेडकरनगर में शनिवार को रैली में केशव प्रसाद ने कहा कि मैं सपा मुखिया को अखिलेश अली जिन्ना कहता हूं और वह पिछड़ों के नाम पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि अवसरवाद है। उन्होंने कहा कि पिछड़ों के प्रति अगर अखिलेश के मन में कुछ सम्मान था सपा सरकार में सम्मान दे सकते थे। उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा शासनकाल में जाली टोपी वाले गुंडे व्यापारियों को डराने-धमकाने का काम करते थे।
अखिलेश हैं भाजपा पर हमलावर
अखिलेश यादव फिलहाल विजय रथ यात्रा निकाल रहे हैं। बुंदेलखंड में उमड़ी भीड़ से गदगद अखिलेश भाजपा पर तीखे हमले भी बोल रहे हैं। उन्होेंने सोशल मीडिया पर नारों से हमले बोले हैं। उन्होंने कहा है-यूपी कहे आज का नहीं चाहिए भाजपा, किसान-नौजवान पुकारता नहीं चाहिए भाजपा, बेरोजगारों का इंकलाब होगा बाइस में बदलाव होगा, बुंदेलखंड पुकारता नहीं चाहिए भाजपा, कहे बुंदेलखंड भाजपा के लिए दरवाजे बंद। बीते दिन उन्होंने लखनऊ में व्यापारी महाकुंभ में नारा दिया आधी कमाई दुगनी महंगाई। अखिलेश यादव द्वारा पिछड़ों के चहेते दलों से गठबंधन करना भी भाजपा नेताओं को खल रहा है।
जिन्ना को लेकर यह था अखिलेश का बयान
अखिलेश यादव ने अक्टूबर में हरदोई में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया है।