जनपद में बिना मान्यता प्राप्त व बिना रजिस्ट्रेशन विद्यालयों का आतंक
बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर कार्रवाई हवा हवाई

एटा/जैथरा बिना मान्यता वाले विद्यालयों पर कठोर कार्रवाई का शासन का आदेश है यह आदेश जनपद में हवा हवाई साबित हो रहा है बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पा रही है केसरिया हिंदुस्तान की पड़ताल से पता चला कि जनपद में अभी भी दर्जनों से अधिक बगैर मानक पूरा किये बेरोकटोक विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
शिक्षा निदेशक का आदेश है कि यदि कोई व्यक्ति बिना मान्यता लिए या मान्यता वापस होने के बाद भी स्कूल चलना है तो उस पर दस हजार का जुर्माना हो सकता है इसके साथ ही उल्लंघन जारी रहने पर हर दिन दस हजार का जुर्माना लगाया जा सकता है। एटा जनपद में सैकड़ो प्राइवेट स्कूल संचालित है शिक्षा शत्र शुरू होते ही शहर से लेकर गांव तक नए स्कूल खोलने की होड़ मच जाती है। लोग मानक मान्यता की परवाह किए बिना मकानों दुकानों से लेकर झोपड़ियां तक में स्कूल चलाने लगते हैं ।ऐसा ही मामला जनपद एटा के ब्लाक जैथरा का है जहां पर श्री बालाजी विद्या मंदिर सूरजपुरा विकासखंड जैथरा एटा के नाम से विद्यालय संचालित है। जो की सरकारी मानकों के विरुद्ध है इस विद्यालय की शिकायत दलबीर सिंह निवासी सूरजपुरा सरौठ पुवायां की तरफ से जिलाधिकारी एटा को की गई थी जिन्होंने शिकायती पत्र पर संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया था पत्रांक संख्या 6677-30 दिनांक 17 अक्टूबर को एबीएसए जैथरा को कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था लेकिन आदेश के बावजूद भी विद्यालय के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
बिना मान्यता के विद्यालयों में कम पढ़े-लिखे बेरोजगार युवकों को बेहद ही कम पैसों में शिक्षक के रूप में तैनात कर देते हैं और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते।
अब देखना यह है कि जनपद में तमाम बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हैं इन पर जिलाधिकारी महोदय कब कार्रवाई करेंगे।
बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मराज सिंह द्वारा बताया गया की स्कूल संचालक को लेटर जारी करके अवगत करा दिया गया है स्कूल संचालक ने मान्यता के लिए फॉर्म अप्लाई किया है अगर हो जाती है तो ठीक है अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी
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