टीएमयू में पीजीआईसीएल का शंखनाद : कुलाधिपति सुरेश जैन बोले-कोरोना काल में डॉक्टर्स की भूमिका अतुलनीय
PGICL's conch shell in TMU: Chancellor Suresh Jain said – the role of doctors in the Corona period is incomparable

4 दिसंवबर 21, मुरादाबाद (प्रो. श्याम सुंदर भाटिया) तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति सुरेश जैन बतौर मुख्य अतिथि बोले-डॉक्टर्स की सोसायटी में अति महत्वपूर्ण भूमिका है। डॉक्टरों को ईश्वर के मानिंद बताते हुए कहा, इंसान के दर्द को वे ही संजीदगी से लेते हैं और उनकी हर पीड़ा का निदान करते हैं। कोरोना काल में जब अपने सगों ने भी अपने द्वार बंद कर लिए थे तो डॉक्टरों ने अपने दिलों के दरवाजे तक खोल दिए। डॉक्टरों कोे देवदूत बताते हुए कहा, उन्होंने कोरोना की दोनों वेव में गंभीर से गंभीर रोगी के इलाज में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इस मानवीय सेवा को बेमिसाल बताते हुए कहा, फ्रंट लाइन्स वॉरियर्स अपने परिवारों से तीन-तीन सप्ताह तक दूर रहे। टीएमयू के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के जज्बे की सराहना करते हुए कहा, उन्होंने कोरोना महामारी को कभी भी हिम्मत नहीं हारी, इसीलिए किसी भी मेडिकल स्टाफ ने इस्तीफे की पेशकश नहीं की। कुलाधिपति सूबे भर से आए आर्थो स्टुडेंट्स को सीख देते हुए बोले, यदि जीवन में पैसों के पीछे भागोगे तो पैसा आपसे दूर भाग जाएगा। यदि लालच को कम करोगे तो जीवन में पैसा अधिक कमाओगे। साथ ही उन्होंने बहुमूल्य सलाह दी, यदि किसी मरीज की माली हालत पतली है तो डॉक्टर्स को उनके इलाज के लिए मदद के हाथ बढ़ाने चाहिए। कुलाधिपति सुरेश जैन तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में आर्थो विभाग की ओर से आडी में आयोजित यूपीओए- पीजीआईसीएल यानी साइंटिफिक प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
मां सरस्वती के सम्मुख किया दीप प्रज्जवलित
कुलाधिपति सुरेश जैन और यूपीओए के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करके साइंटिफिक प्रोग्राम का शुभारम्भ किया। इस मौके पर टीएमयू के एमजीबी श्री अक्षत जैन, वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. श्यामोली दत्ता, एमएस एवं आगेर्नाइजिंग चेयरपर्सन प्रो. अजय पंत, वाइस प्रिंसिपल प्रो. एसके जैन, आगेर्नाइजिंग सेक्रेटरी एवं आॅर्थो विभाग के एचओडी डॉ. अमित सर्राफ, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मारजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा की गरिमामयी मौजूदगी रही। संचालन डॉ. शुभम अग्रवाल ने किया। यूपीओए के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार पीजीआईसीएल को आॅर्थो की अति महत्वपूर्ण इवेंट बताते हुए बोले, यह टीएमयू के संग-संग यूपीओए का सौभाग्य है कि इस साल की इवेंट तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में हो रही है। यूपीओए से यूपी के करीब दो हजार से अधिक हड्डी रोग विशेषज्ञ जुड़े हैं। इनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही इवेंट के लिए टीएमयू को चुना गया है। इस साइंटिफिक प्रोग्राम में शिरकत कर रहे यूपी के करीब 55 से अधिक पीजी स्टुडेंट्स के लिए यह स्वर्णिम अवसर होगा।
मील का पत्थर साबित होगा कार्यक्रम
टीएमयू के एमजीबी अक्षत जैन अपने संक्षिप्त संबोधन में बोले-प्रतिष्ठित यूपी की आॅर्थो एसोसिएशन का यह दो दिनी साइंटिफिक प्रोग्राम यूपीओए-पीजीआईसीएल तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई, यूपी के सीनियर्स आथोर्पेडिसियन्स के लंबे अनुभव आर्थो के पीजी स्टुडेंट्स और रिसर्चर्स के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। जिसके जरिए आर्थो के स्टुडेंट्स ही नहीं, बल्कि आर्थो के शिक्षाविद् भी सीनियर्स आथोर्पेडिसियन्स के अनुभवों को आत्मसात करेंगे। प्रो. सिंह ने कहा, कैंपस में रहकर आप अपने ज्ञान तक ही सीमित रहते हैं, ऐसे में जरूरी है कि साइंटिफिक प्रोग्रामों को रेगुलर अटेंड करते रहिएगा। मेडिकल कॉलेज के एमएस एवं आगेर्नाइजिंग चेयरपर्सन प्रो. अजय पंत ने सभी डेलीगेट्स का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए अपने अनुभव बताये। आगेर्नाइजिंग सेक्रेटरी एवं आर्थो विभाग के एचओडी डॉ. अमित सर्राफ ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, मैं विशेषकर कुलाधिपति का आभारी हूं, जिन्होंने अपने अति व्यस्त समय में से साइंटिफिक प्रोग्राम में आकर हमारी हौसला अफजाई की। यूपीओए-पीजीआईसीएल में एएमयू अलीगढ़, केजीएमयू लखनऊ, एलएलआरएम आगरा, सुभारती मेडिकल कॉलेज मेरठ, श्री राममूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज बरेली, संतोष मेडिकल कॉलेज गाजियाबाद, गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद, के डेलीगेट्स भाग ले रहे हैं। डॉ. प्रखर अग्रवाल ने बताया, दो दिनी यूपीओए- पीजीआईसीएल के फर्स्ट डे आठ सत्र हुए जबकि दूसरे दिन पांच सत्र होंगे। दूसरी ओर शाम को मेडिकल कॉलेज के एलटी में पीजी के छात्रों ने लाइव केस प्रेजेंट किए, जिस पर सीनियर आथोर्पेडिसियन्स के संग छात्रों के विस्तार से सवाल-जवाब किए। साइंटिफिक प्रोग्राम में डिपार्टमेंट आफ आर्थो की ओर से प्रो. सुधीर सिंह, प्रो. मनमोहन शर्मा, डॉ. प्रखर अग्रवाल, डॉ. संदीप विश्नोई, डॉ. अल्ताफ हुसैन आदि मौजूद रहे।
यूपी के नामचीन आथोर्पेडिसियन्स का व्याख्यान
बोन कैंसर पर एलएलआरएम के आर्थो हेड डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक, बोन कैंसर के रेडियोलॉजिकल डायग्नोसिस पर टीएमयू रेडियोलॉजी के एचओडी डॉ. सतीश पाठक, जटिल बोन कैंसर पर केजीएमसी के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. एन. हुदा, रीढ़ की हड्डी के परीक्षण पर एक्स हेड डिपार्टमेंट आफ आथोर्पेडिक्स सुभारती मेडिकल कॉलेज मेरठ के डॉ. ए. एस. दुबे, अपोर्च टू केस आॅफ स्पाइन पर असिस्टेंट प्रोफेसर एपेक्स ट्रामा सेंटर एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ के डॉ. कुमार केशव, अपोर्च टू ए केस आफ अडोलेसेंस स्कोलियोसिस पर एसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंट आॅफ आॅथोर्पेडिक्स केजीएमयू के डॉ. शाह वली उल्लाह, घुटने की चोटों पर प्रोफेसर डिपार्टमेंट आॅफ आॅथोर्पेडिक्स केजीएमयू के डॉ. आशीष कुमार, कोहनी के टेढापन पर एलएलआरएम के आॅर्थो हेड डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक, कोहनी के अकड़न पर प्रोफेसर एंड हेड आफ आथोर्पेडिक्स संतोष मेडिकल कॉलेज गाजियाबाद के डॉ. अमित द्विवेदी, नर्व इंजरी अपर लिंब पर प्रोफेसर आफ आथोर्पेडिक्स जेएन मेंडिकल कॉलेज एएमयू, अलीगढ़ के डॉ. मजहर अब्बास, नर्व इंजरी लोअर लिंब पर प्रोफेसर एंड हेड आॅफ डिपार्टमेंट आथोर्पेडिक्स सुभारती मेडिकल कॉलेज, मेरठ के डॉ. परवेज अहमद, नसों में चोटों के ट्रीटमेंट पर प्रोफेसर आफ आथोर्पेडिक्स जेएन मेंडिकल कॉलेज एएमयू, अलीगढ़ के डॉ. मजहर अब्बास, पैरों के टेढेपन पर प्रोफेसर एंड हेड आफ डिपार्टमेंट आथोर्पेडिक्स गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, फिरोजाबाद के डॉ. विपुल अग्रवाल, कूल्हे की हड्डी का फ्रेक्चर पर असिस्टेंट प्रोफेसर एपेक्स ट्रामा सेंटर एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ के डॉ. कुमार केशव, कूल्हे का परीक्षण पर हेड आफ डिपार्टमेंट आथोर्पेडिक्स एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा के डॉ. सी. पी. पाल, बायोमेकेनिक्स आफ हिप पर एडिशनल प्रोफेसर केजीएमसी के डॉ. एन. हुदा, आस्टेओटोमी अराउंड हिप पर प्रोफेसर एंड हेड आफ डिपार्टमेंट आथोर्पेडिक्स गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज, फिरोजाबाद के डॉ. विपुल अग्रवाल ने व्याख्यान दिए।