तहसील स्टाफ की गुंडई का वीडियो वायरल : बकायेदार किसान को दौड़ाकर पीटा और फिर कराया बंद
Video of Tehsil staff hooliganism Viral: The defaulter farmer was beaten up by running and then arrested

26 नवंबर 21, मुरादाबाद : सदर तहसील के कर्मियों की गुंडागर्दी देखने को मिली। बैंक से सेटलमेंट होने के बाद भी तहसील स्टाफ आढ़ती को पकड़कर ले आया और अभद्रता के साथ दौड़ाकर पिटाई भी की। यही नहीं तहसीलदार के कहने पर बकायेदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर पुलिस से गिरफ्तार भी करा दिया। इस बीच बकायेदार के भाई ने तहसील स्टाफ पर तीन लाख रुपये लेने का आरोप भी लगाया है। तहसील स्टाफ के रवैये से तहसील में आए फरियादी भी सहम गए। पिटाई का वीडियो वायरल हो गया है। इस दौरान कवरेज कर रहे पत्रकार के साथ भी अभद्रता की गई है।
दो महीने पहले हो गया था सेटलमेंट
दरअसल बताया जा रहा है कि प्रीतम नगर के रहने वाले हरिओम की मंडी समिति में आढ़त है तथा किसानी भी करता है, जिसने निजी बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए 2019 में 21 लाख रुपए का कर्ज लिया था। ब्याज लगने के बाद ये रुपए बढ़कर 25 लाख हो गए। जिसके बाद ओटीएस में 18 लाख 50 हजार रुपए में सेटलमेंट हुआ था। इस दौरान आढ़ती ने दो महीने पहले पांच लाख पचास हजार रुपए जमा भी करा दिए थे। इस मामले की आरसी तहसील पहुंच चुकी थी। बैंक से सेटलमेंट के बाद भी तहसील का वसूली स्टाफ आढ़ती को परेशान कर रहा था।
आढ़ती को सड़क पर दौड़ाकर पकड़ा और पीटा
गुरुवार को तहसील में आए आढ़ती के साथ तहसील स्टाफ ने अभद्रता की। तहसील स्टाफ का आरोप है कि आढ़ती ने सरकारी कागजों को फाड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि परिसर में तहसील स्टाफ ने वसूली के लिए आढ़ती को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। इस दौरान आढ़ती गुहार लगाता रहा लेकिन सरकारी कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा। वो उसे पीटते रहे और सड़क से पकड़ कर तहसील भवन तक ले आए। आढ़ती की पिटाई का ये वीडियो वायरल होने के बाद से तहसील में हड़कंप मचा हुआ है। साथ ही तहसील स्टाफ ने सिविल लाइन थाना में किसान हरिशंकर समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करा दिया है।
तहसीलदार ने की स्टाफ की तरफदारी
तहसीलदार नितिन तेवतिया ने तहसील स्टाफ का बचाव करते हुए बकायेदार को कसूरवार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बकायेदार ने अभद्रता की और प्रपत्रों को फाड़ दिया। उन्होंने तहसील स्टाफ के आढ़ती से मारपीट करने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने तहसील स्टाफ पर लगे आरोपों को मनगढ़ंत बताया है। तहसील स्टाफ ने आढ़ती हरिओम के साथ कामिल व मोनू के खिलाफ भी रिपोर्ट कराई गई है। इस बीच तहसील आए और स्वयं को हरिओम का भाई बताने वाले युवक ने आरोप लगाया कि तहसील स्टाफ उससे तीन लाख रुपये ले चुका है। सेटलमेंट होने से पहले हरिओम तहसील स्टाफ को हर महीने भी पैसा देता था।