फ़ररुख़बद 24webnews:- कायमगंज में तीन अस्पताल प्रशासन ने सील करा दिए। एक प्रसूता की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया था।पुल गालिब तिराहा स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में बुधवार रात प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया। शुक्रवार शाम डिप्टी सीएमओ डॉ. अनुराग वर्मा ने अवैध रूप से संचालित तीन अस्पतालों को सील कर दिया। इसके बाद दो अस्पताल संचालकों और एक झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
पुल गालिब तिराहा स्थित कृष्णा हास्पिटल में शाहजहांपुर जनपद के थाना मिर्जापुर क्षेत्र के गांव मजहरा निवासी दीपू की गर्भवती पत्नी रिंकी (28) को भर्ती कराया गया। यहां ऑपरेशन किया गया। बुधवार रात खून की कमी से महिला की मौत हो गई। परिजनों ने हंगामा काटा तो अस्पताल संचालक डॉ. पुष्पेंद्र यादव व कर्मचारी अस्पताल में ताला डालकर फरार हो गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। इस मामले ने तूल पकड़ा तो डिप्टी सीएमओ डॉ. अनुराग वर्मा शुक्रवार शाम कृष्णा हास्पिटल पहुंचे। अस्पताल में ताले पड़े थे। उसे सील कर दिया गया। पास में ही परी हास्पिटल चलता मिला। यहां एक प्रसूता भर्ती थी। इस प्रसूता को अस्पताल से निकालकर सीएचसी में भर्ती कराया गया और इसे भी सील कर दिया गया। कुछ दूरी पर बस स्टैंड के पास दृष्टि क्लीनिक के नाम से प्रसव केंद्र खुला मिला। इसको भी सील किया गया।डिप्टी सीएमओ ने बताया कि तीनों अस्पताल अपंजीकृत हैं और अवैध रूप से संचालित हो रहे थे। इसके बाद स्वास्थ्य टीम गांव पचरौली पहुंची, यहां राजकुमार अवैध रूप चिकित्सीय सेवाएं करते मिले। डिप्टी सीएमओ डॉ. अनुराग वर्मा ने कृष्णा हास्पिटल के संचालक डॉ. पुष्पेंद्र यादव, परी हास्पिटल के संचालक, गांव पचरौली के झोलाछाप राजकुमार के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक संजय मिश्रा ने बताया कि तीनों के खिलाफ इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

