बेख़ौफ़ दौड़ रही रोडवेज बसों के रंग में रंगी प्राइवेट बसें
बेख़ौफ़ दौड़ रही रोडवेज बसों के रंग में रंगी प्राइवेट बसें

*बेख़ौफ़ दौड़ रही रोडवेज बसों के रंग में रंगी प्राइवेट बसें।*
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*सरकार को लाखों रुपये के राजस्व की हानि।*
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*बस संचालकों द्वारा पत्रकारों को धमकी।*
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जिला ब्यूरो मोहित यादव लव
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एटा-उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के रंग की रँगी प्राइवेट बसें फर्रुखाबाद से आनन्द विहार तक के बोर्ड लगाकर बेखौफ दौड़ रही हैं।
बताते चलें कि फर्रुखाबाद से एटा अलीगढ़ आनन्द विहार के लिए रोडवेज बसों के रंग में रंगी बसें लगातार चल रही हैं।इस मामले की जानकारी पूर्व में भी मीडिया के माध्यम से प्रकाशित हो चुकी है।ये प्राइवेट बसें सरकार को भी लाखों रुपए का चूना लगा रही हैं।महत्वपूर्ण तथ्य तो यह है, कि रोडवेज के रंग में रंग में रंगी प्राइवेट बसों में सवारियां धोखे से बैठ जाती हैं।इस तरह से बेखौफ दौड़ रही ये बसो की बजह से सरकार को बहुत बड़े राजस्व की हानि हो रही है।जब भी कोई पत्रकार इनके खिलाफ समाचार छाप देता है, तो ये धमकियां देते हैं।अपने राजनीतिक आकाओं की।पूरे उत्तर प्रदेश में इन प्राइवेट वाहनों के अवैध संकलनों को रोकने के लिए आरटीओ आफिस बने हुए हैं।पर इन प्राइवेट वाहनों से इन आरटीओ ऑफिसों की महिनेदारी बंधी हुई है।प्रदेश को बहुत समय बाद योगी जी जैसा ईमानदार मुख्यमंत्री मिला है।फिर भी सरकार के प्रशासनिक कुछ अधिकारी उनकी छवि को क्यों धूमिल करना चाहते हैं।यह सोच से परे है।कुछ समय पूर्व सरकार की तरफ से रोडवेज कलर की रंगी प्राइवेट बसों के संचालन को पूरी तरह रोकने के आदेश जारी हुए थे, पर कुछ दिन बाद फिर वही पुराना ढर्रा आरम्भ।आखिर कैसे रुकेगी ये डग्गेमारी,कौन है इसका जिम्मेदार?यह सवाल हमेसा बना रहेगा।