महापरिनिर्वाण दिवस : कांग्रेस बोली-आंबेडकर केवल भारत रत्न नहीं बल्कि हैं विश्व रत्न
Mahaparinirvana Day: Congress said - Ambedkar is not only Bharat Ratna but Vishwa Ratna

06 दिसंबर 21, मुरादाबाद। जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर संविधान निर्माता बाबा भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।इससे पहले पुष्प अर्पित करकेभावभीनी श्रद्धांजलि दी पुष्प गई। कांग्रेसियों ने बाबा भीमराव अांबेडकर को विश्व रतन मानते हुए कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर को किसी एक जाति बंधन में बांधना उचित नहीं है। बाबा भीमराव अंबेडकर का योदगान पूरी मानव जाति के लिए हैं उनका संविधान रचित किया हुआ भारत को अखंड बनाए हुए है।
किसान समस्याओं को उठाया कांग्रेस ने
कांग्रेस ने गोष्ठी के समापन पर किसानों की खाद की समस्याओं को लेकर ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया कि सरकार की उदासीनता एवं अव्यवस्था के चलते किसानों को बुवाई के इस मौसम में खाद नहीं मिल रही है। सुबह से शाम तक भूखे प्यासे खाद्य वितरण केंद्रों पर लाइन में खड़े रहते हैं। कई किसानों की जान जा चुकी है या खाद न मिलने के कारण उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा है। कांग्रेस ने कहा है कि किसानों को डीएपी खाद उपलब्ध कराई जाए, खाद उपलब्ध कराते समय किसी सक्षम अधिकारी को नियुक्त किया जाए ताकि खाद्य की कालाबाजारी ना हो सके। खाद विक्रेता केंद्रों के खुलने का समय बढ़ाया जाए जिससे कि केंद्रों पर किसानों को लंबे समय तक लाइन में लगा कर इंतजार न करना पड़े। किसानों की मृत्यु खाद केंद्रों की लाइन में लगने के कारण हो गई है उन किसानों को चिन्हित कर किसान परिवारों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। गुरहट्टी स्थित कार्यालय पर हुई गोष्ठी की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद ने की, संचालन राजेंद्र वाल्मीकि ने किया। अनूप दुबे, गयूर अंसारी, गौरव त्रिवेणी, मोहत्सिम मुख्तार, राजेंद्र बाल्मीकि, अफजल साबरी, रईस अहमद खान, गंगाराम शमार्, तस्लीम असलम, हुसैन कादरी, मोहम्मद जुनेद पार्षद, भयंकर सिंह बौद्ध, विवेक सागर, बन्ने पहलवान, अतीक अहमद, शकील चौधरी, सुरेश चंद्र सक्सेना आदि ने अपने विचार प्रकट किए।

बाबा का संविधान बनाए है अखंडता
महानगर कांग्रेस कार्यालय चौमुखा पुल पर हुई विचार गोष्ठी की अध्यक्षता उपाध्यक्ष शिवराज सिंह गुर्जर और संचालन प्रवक्ता मौ0 शमी ने किया। उपाध्यक्ष शिवराज सिंह गुर्जर ने कहा कि बाबा भीमराव आंबेडकर ने आजाद भारत की सभी जाति धर्मों को ध्यान में रखते हुए भारत के संविधान का निर्माण किया। बाबा साहेब एक विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता, अर्थशास्त्री, कानूनविद, राजनेता और महान समाज सुधारक थे। उन्होंने दलितों और निचली जातियों के अधिकारों के लिए छुआछूत और जाति भेद भाव जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जीवंत परियन्त संघर्ष किया। गोष्ठी में महानगर उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष अशोक कपूर, सेवादल अध्यक्ष अनुराग शर्मा, डॉ मौ, जमाल, अफसर खान, श्रीमती कनिज फात्मा, श्याम बाबू बाल्मीकि, लाल सिंह, भारतीय परवेज, अनिल गुर्जर, कामरेड नेमसिंह, सरदार जगजीत सिंह, मन्नान खान, एड. अरशद परवेज, खालिद नूर, मौ.समीर, आलोक खन्ना, मौ. शदान, अनमोल गुप्ता, अमित पांडेय, विजय मिश्रा, जावेद अली, नावेद मंसूरी, जसवंत सिंह, जकरिया कुरैशी, आलोक खन्ना, अजीम कुरैशी, दानिश कुरैशी, शमशेर खान, कृपाल सिंह,आदि ने भाग लिया।