मुरादाबाद में आधी रात को लगी अस्पताल में आग, खतरे में घिरीं 40 से अधिक जिंदगियों को बचाया
Fire in the hospital in Moradabad at midnight, saved more than 40 lives in danger
07 दिसंबर 21, मुरादाबाद। सुबह शहर में दुखभरी खबर लेकर आई। हुआ यूं कि रात साढ़े तीन बजे गांधी नगर में निजी चिकित्सालय में आग लग गई। आग के बीच कई जिंदगियां भी फंस गई थीं, लेकिन पुलिस, दमकल और आसपास के लोगों की हिम्मत से सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। फिलहाल आग लगने का कारण शार्ट सर्किट माना गया है, हालांकि अभी दमकल की टीम चेकिंग कर रही है। ऊंची उठती लपटों को देख दूर तक आग लगने की खबर फैल गई। चिकित्सक का परिवार भी यहीं रहता है जो आग में घिर गया था।
आग लगने से क्षेत्र में हड़कंप
शहर के थाना गलशहीद क्षेत्र के गांधी नगर कई चिकित्सकों के नर्सिंग होम और निजी अस्पताल हैं। यहीं डॉ. सीपी सिंह का जिज्ञासा के नाम से अस्पताल है। नर्सिंग होम बताए जा रहे इस अस्पताल में 28 मरीज भर्ती थे और करीब बीस लोग स्टाफ व तीमारदार भी मौजूद था। रात करीब साढ़े तीन बजे मुख्य गेट की तरफ आग लगी तो अस्पताल में मौजूद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। चीखपुकार होने पर आसपास के लोग भी जाग गए और सभी राहत कार्य के लिए जुट गए। पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई। मुख्य द्वार पर आग लगने के कारण कई मरीज और तीमारदार अस्पताल के अंदर ही रह गए। अस्पताल में धुआं भरने से मरीजों और तीमारदारों की हालत भी बिगड़ने लगी। इस बीच क्षेत्रवासी घरों से पानी लाकर आग बुााने की कोशिश करने लगे।
आपात गेट से निकाला गया लोगों को
हादसे की खबर मिलने पर आई पुलिस और दमकल की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। इस बीच स्टाफ ने पीछे की तरफ लग आपात गेट को खोला और मरीजों और तीमारदारों समेत चिकित्सक के परिवार को बाहर निकाला। दमकल की टीम ने पानी की बौछार मारकर आग पर काबू की कोशिेश की। आग तेजी से भड़कने के कारण करीब पांच गाडियों को लगाना पड़ा। करीब एक घंटे की कोशिश के बाद आग पर काबू पाया जा सका। पुलिस के मुताबिक किसी की तरह की जनहानि नहीं हुई है। फिलहाल करीब बीस लाख रुपये का नुकसान बताया जा रहा है।
पुलिस व दमकल टीम रही लेटलतीफ
ेशहर के अंदर और चौड़ा रोड होने के बाद भी दमकल पर देरी से पहुंचने का आरोप क्षेत्रवासियों व चिकित्सक स्टाफ ने लगा ही दिया। चिकित्सक के रिश्तेदार बताए जा रहे प्रमोद गोयल ने बताया कि मरीजों, स्टाफ और तीमारदारों को आपात गेट से सुरक्षित निकाल लियाा गया है। करीब एक घंटे से अधिक लगा आग पर काबू पाने में। उन्होंने भी कहा कि अग्निशमन की टीम आने में थोड़ी देरी हुई। उन्होंने कहा कि वह नुकसान की जानकारी नहीं दे सकते हैं और डॉ. सीपी सिंह अभी किसी से बात नहीं कर रहे हैं। इस बीच जिला अग्निशन अधिकारी मुकेश कुमार ने न्यूज एजेंसी को बताया कि 28 मरीज और 16 अ्न्य लोगों को बचाया है।