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वन विभाग की लापरवाही के कारण पौधे सूखने की कगार पर
- रिपोर्ट विश्वप्रताप सिंह
फर्रुखाबाद 24webnews प्रदेश सरकार ब प्रशासन की ओर से वृक्षारोपण के नाम पर प्रतिवर्ष खेल खेलने का कार्य किया जा रहा है जिसका उदाहरण गत वर्ष लगाए गए वृक्षों की देखभाल के लिए निगरानी समिति का भी गठन किया गया था वह पौधा अनदेखी पानी न मिलने से गायब हो गए हैं वृक्षारोपण के नाम पर राजनेताओं के लक्ष्य दार भाषण निगरानी समिति भ्रष्टाचार में हिस्सेदारी के कारण यह कार्य सिर्फ फाइलों में ही सिमट कर रह गया है जिससे सभी पौधा समाप्त हो गए हैं कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले में लगभग 3500000 पौधे लगाए गए थे जिसमें 21 विभागों को शामिल किया गया था जिसमें सबसे बड़ी जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी दूसरा कार्य मनरेगा के नाम रहा बन विभाग की ओर से 15 9800 0 पौधे लगाए गए तो मनरेगा के माध्यम से 12880 48 कृषि विभाग से 27 7452 उद्यान विभाग से 12 जीरो 569 स्वास्थ्य विभाग से 5000 परिवर्तन विभाग से 48100 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से 8000 शिक्षा विभाग से 5000 पूर्ति विभाग से 7452 सहकारिता से 4320 पशुपालन से 10080 उद्योग केंद्र से 96100 नलकूप विभाग से 4440 सिंचाई विभाग से 66 00 व पीडब्ल्यूडी से 5000 जबकि नगर पंचायत कंपिल शमशाबाद कमालगंज में चार चार हजार मोहम्मदाबाद में 4000 कायमगंज में 5240 फर्रुखाबाद में 6000 वृक्षों का रोपण किया गया था सब के सब नष्ट हो गए प्रत्येक वर्ष वृक्षारोपण के नाम पर खेल खेला जा रहा है जबकि वन विभाग प्रतिवर्ष पौधों की पैकिंग करने की बात कर रहा है फिर भी कार्य 0% प्रतिशत रहता है इस वर्ष फिर वृक्षारोपण की तैयारी की जा रही है जब तक वृक्षों की विधिवत देखभाल के लिए जिम्मेदारी ब उनकी की निगरानी के लिए कोई कठोर निर्णय नहीं लिया जाएगा तब तक वृक्षों की देखभाल होना संभव नहीं है जितना धन खर्च वृक्षारोपण पर किया जा रहा है उससे एक बटे चार अगर निगरानी पर किया जाए तो वृक्ष लगाने का फल आसानी से मिल सकता है