वोट के हथियार से काटेंगे अलोकतांत्रिक टाडा, पोटा व यूएपीए की हथकड़ी
The handcuffs of undemocratic TADA, POTA and UAPA will be cut by the weapon of vote
19 नवंबर 21
मेरठ : एसोसिएशन फार प्रोटेक्शन आॅफ सिविल राइट्स उत्तर प्रदेश यूनिट अब मतदाताओं को जागरूक करेगी। उनके अधिकार समााने के साथ वोट का सही इस्तेमाल भी बताया जाएगा। एसोसिएशन की जानिब से मेरठ कोर्ट कैंपस में एडवोकेट आजम रिजवी के आॅफिस में विचार विमर्श किया गया। अध्यक्षता एडवोकेट आजम रिजवी ने व संचालन एडवोकेट रियासत अली खान ने किया।
जनता को समााएंगे वोट की अहमियत
बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों में जागरूकता लाने व वोटरों की जिÞम्मेदरी का आहसास करने पर विचार हुआ। इसके अलावा जनता को उसके अधिकारों के प्रति जागरूकता एवं शिक्षित करने की योजना भी बनाई गई। पीड़ित व्यक्तियों को कानूनी परामर्श देने का प्रयास करना आदि मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। सलीम बेग ने कहा कि संगठन प्रदेश में किस तरह कार्य करेगा यह लॉगो को समााया और बताया जाएगा। उन्होंने कहा आम नागरिकों में लीडरशिप डेवलप करना, संगठन की मंडल, जिÞला, शहर व ग्राम स्तर तक टीमों का गठन करना शुरू हो गया है। मेरठ मंडल में कमेटी गठित करने की जिÞम्मेदरी एडवोकेट आजम व एडवोकेट रियासत अली खान ने ली। मेरठ यूनिट की बैठक में एसोसियेशन फॉर प्रोटेक्शन आॅफ सिविल राइट्स टीम का विस्तार किया गया।
अलोकतांत्रिक व दमनकारी हैं कई कानून
सलीम बेग ने बताया कि देश के सभी वर्गों के लिए न्यायपूर्ण व्यवहार का प्रावधान करता है। बहुत सी सरकारी नीतियां भी जनहित के विरुद्ध है और लोगों की अधिकारों को वंचित करती है। अलोकतांत्रिक और दमनकारी कानून जैसे टाडा, पोटा, यूएपीए और विभिन्न राज्यों द्वारा बनाए गए कानून जो अन्यायपूर्ण ढंग से लाखों लोगों को निशाना बनाते है। ऐसी परिस्थितियां मांग को देखते हुए देश भर में जिÞला स्तर पर समस्याओं को पहचान कर उनके हल के उद्देश्य से एक अभियान चलाया जा रहा है। राज्य के दमन के शिकार हुए लोगों की नैतिक का विरोध कर उनके परिवारों को अपनी गरिमा बनाए रखने के लिए पर्याप्त आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रताड़ना, शोषण, अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और फर्जी मुठभेड़ों के सभी मामलों में एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन आॅफ सिविल राइट्स उपर्युक्त सभी मोर्चों पर काम करेगा। बैठक में पूर्व अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन एडवोकेट मिस्बाह उद्दीन सिद्दीकी, एडवोकेट लियाकत अली खान, सोशल एक्टिविस्ट वजीहुल हसन आजाद दिल्ली, एडवोकेट वसीम अहमद, मुहम्मद यासिर, मुहम्मद आरिफ, मुहम्मद रिजवान आदि शामिल रहे।