समाजवादी सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बेचेलाल यादव ने शहीद विनोद कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की

फर्रुखाबाद 24webnews:- अक्सर एक सैनिक अपने जीवन में जब भी किसी सैन्य ऑपरेशन पर निकलता है, तो हाथ जोड़कर ईश्वर से एक ही विनती करता है, अपने साथी और अपने देश की सुरक्षा हर हाल में रहे। इसके लिए चाहे अपना बलिदान ही क्यों न देना पड़े।
ऐसा ही कुछ वाक़या बीते रविवार को फर्रुखाबाद जनपद के वीर SI विनोद जी के साथ पुलवामा में हुआ। उन्हें ड्यूटी के दौरान कुछ खूंखार आतंकियों के छुपे होने की सूचना मिली। वह तुरंत अपने दल को लेकर सूचना बाली जगह पर पहुंच गए। और कुछ समय के बाद ही वहां पर दौनों तरफ से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू हो चुकी थी। इस पूरी सैन्य कार्रवाई के दौरान उत्कृष्ट दल के एक अच्छे दलनायक की भूमिका बखूबी निभाते हुये विनोद जी ने अपने सीने और सिर में गोलियां खाई, और वीरगति को प्राप्त हो गये। लेकिन आतंकियों के मंसूबे विफल कर दिये।
आदरणीय विनोद जी ने ये एकबार फिर सिद्ध कर दिया कि फर्रुखाबाद की मिट्टी में देशसेवा का जो ज़ज्बा है वो शायद ही कहीं अन्यत्र देखने को मिले।
दिनांक 17/07/2022 दिन रविवार को फर्रुखाबाद जनपद के कायमगंज ग्राम नगला विधी(हाल निवास नगला दत्तु) SI विनोद कुमार जी भारतीय सेना (CRPF) में कार्यरत थे,उन्होंने अपने सेना सेवा कार्यकाल के दौरान कई बार अदम्य साहस व वीरता का परिचय दिया। उनका यूं असमय चले जाना देश, सेना और उनके परिवार के लिये अपरिपूर्ण (जिसकी भरपाई न हो सके) क्षति है। आज उनका पार्थिव शरीर सुबह पुलवामा से सेना द्वारा फूलमालाओं से सजा कर पैतृक निवास लाया गया जहां पर उनके परिवार, भाई, ग्रामीण जनों व क्षेत्रीय जनों द्वारा अपने वीर सपूत के अंतिम दर्शन व अंतिम विदाई के लिए जन सैलाब उमड पडा आज अपने वीर सपूत को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। दिवंगत आत्मा अपने पीछे पत्नी व इकलौते बेटे को छोड गये।
सैनिक प्रकोष्ठ (समाजवादी पार्टी) के जिलाअध्यक्ष बेचेलाल यादव,अमित यादव,अशोक यादव,रामपाल यादव,सुमित कुमार यादव,मुकेश यादव,आलोक यादव,योगेन्द्र पाल आदि लोगों ने शहीद को श्रंद्वा सुमन व श्रंद्धाजलि अर्पित की विनोद कुमार जी अमर रहें, के नारे लगाए।
हम सभी सैन्य साथी इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ हैंl ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस महान आत्मा को शान्ति प्रदान कर अपने सानिध्य में लें। और प्रभु परिवार को इतना सामर्थ्य दें कि इस दुख से उबर सके।
Pankaj