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सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम प्रबंधन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है.
विराट कोहली (Virat Kohli) के पैटरनिटी लीव (Paternity leave) के मुद्दे पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भारतीय टीम मैनेजमेंट की कड़ी आलोचना की है.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 24, 2020, 9:52 AM IST
नई दिल्ली. विराट कोहली (Virat Kohli) के पैटरनिटी लीव का उदाहरण देते हुए पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भारतीय टीम प्रबंधन पर निशाना साधा है. गावस्कर ने कहा है कि भारतीय ड्रेसिंग रू में अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के नए खिलाड़ी टी नटराजन भी इन ‘नियमों’ के बारे में सोच रहे हैं. गावस्कर ने कहा कि विराट कोहली को अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए छुट्टी मिल जाती है लेकिन आईपीएल 2020 के दौरान ही पिता बनने टी नटराजन अब तक अपनी बेटी का चेहरा नहीं देख पाए हैं.
अब तक अपने बच्चे को नहीं देख पाए टी नटराजन
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के ताजा कॉलम में लिखा कि आईपीएल प्लेऑफ के दौरान ही टी नटराजन पहली बार पिता बन गए थे. उन्हें यूएई से सीधे ऑस्ट्रेलिया ले जाया गया. उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए टेस्ट सीरीज तक ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने के लिए कहा गया और वह भी टीम का हिस्सा बनाकर नहीं बल्कि नेट गेंदबाज के रूप में. बाएं हाथ के यॉर्कर फेंकने वाले इस तेज गेंदबाज ने टी-20 में शानदार शुरुआत की थी. हार्दिक पंड्या ने भी टी-20 का मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार को उनके साथ साझा किया था. हालांकि नटराजन कुछ कह नहीं सकते हैं क्योंकि वह नए खिलाड़ी हैं.
गावस्कर ने कहा कि नटराजन अब सीरीज पूरी होने के बाद जनवरी के तीसरे सप्ताह ही घर वापस जा सकेंगे. तभी वह अपनी बेटी को पहली बार देख सकेंगे. वहीं कप्तान कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए पहले टेस्ट के बाद ही वापस लौट गए. बता दें कि विराट कोहली की जगह टेस्ट सीरीज के अगल तीन मैचों में अजिंक्य रहाणे कप्तानी करेंगे.
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अश्विन के समर्थन में उतरे गावस्कर
सुनील गावस्कर ने टी नटराजन के अलावा रविचंद्रन अश्विन का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा, ” लंबे समय से अश्विन को संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है इसलिए नहीं कि उनकी गेंदबाजी में कोई कमी लेकिन टीम मीटिंग में बेबाकी से राय रखने पर उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं टीम मीटिंग में कुछ लोग सिर्फ हां में ही अपना सिर हिलाते हैं. अगर अश्विन एक मैच में ज्यादा विकेट नहीं लेते हैं उन्हें अगले मैच में बाहर कर दिया जाता है. जबकि स्थापित बल्लेबाजों के साथ ऐसा नहीं होता है.”
गावस्कर ने अपने कॉलम के अंत में लिखा, यही भारतीय क्रिकेट है. ”अलग-अलग खिलाड़ियों के अलग-अलग नियम. अगर आप मुझ पर विश्वास नहीं करते हैं तो अश्विन और नटराजन से पूछ सकते हैं.”
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Author: 24WebNews
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