आदर्श काश्तकार इंटर कॉलेज ने मनाया रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ स्वतंत्रता दिवस
प्राथमिक विद्यालय पुठरी में भी रही छात्रों व अध्यापकों उपस्थिति बांटी गई मिठाई

Farrukhabad:आदर्श काश्तकार इंटर कॉलेज धूरी हार के प्रधानाचार्य रविंद्र सिंह यादव यादव ने सुबह 8:00 बजे ध्वजारोहण के बाद प्रभात फेरी निकाली प्रभात फेरी विद्यालय से लेकर फुठरी मंदिर तक निकाली गई
कार्यक्रमों के साथ-साथ कुछ छात्रों ने स्वतंत्रता दिवस के बारे में भी भाषण दिए कि यह कब और क्यों मनाया जाता है
स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता हैं (Independence Day is celebrated)
देश के सभी नागरिक अपने राष्ट्रिय उत्सवो से पूर्ण परिचित हैं. हर वर्ष 15 अगस्त के दिन देश भर में सभी स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं.भारत के बाहर जिस देश में भी कोई भारतीय मूल का रहता हैं. वो स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने घर में ही इसे तिरंगा फहराकर मनाते हैं.
14-15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत ने स्वतन्त्रता प्राप्त कर ली थी. अगली सुबह दिल्ली के लाल किले पर पहली दफा तिरंगा फहराकर पुरे देश ने धूमधाम के साथ अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया था. पिछले 75 वर्षो से हम आजादी के इस पावन दिन को मनाते आ रहे हैं. आज हम अपना 76 व़ा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं ? (Why Celebrate Independence Day)
स्वतंत्रता दिवस का पावन पर्व पुरे देश में हर्ष और उल्लाश के साथ मनाया जाता हैं. इसी दिन 15 अगस्त 1947 को देश के सभी नागरिको को आजाद रहने जो चाहे जब चाहे करने का हक़ मिला था. जो सपना 1857 के क्रांतिकारियों ने देखा था आखिर वो 14 अगस्त 1947 की रात को पूरा हो गया था.
आपकों बता दे आजादी के साथ ही भारत का पूर्व निर्धारित विभाजन भी हो चूका था. इस वजह से भारत से एक दिन पहले यानि 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता हैं, जबकि 15 अगस्त को भारत अपना आजादी का दिन मनाता हैं.
करीब 90 वर्षो की खुनी लड़ाई और 200 वर्षो तक के अंग्रेजो के अत्याचारी शासन को उखाड़ने के लिए हजारो-लाखो स्वतन्त्रता प्रेमियों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी. इसी कारण हम 15 अगस्त को वीर शहीदों की याद में आजादी का यह जश्न मनाते हैं.
प्राथमिक विद्यालय पुठरी ने भी ध्वजारोहण करके प्रभात फेरी निकालकर नन्हे-मुन्ने बच्चों को मिठाई वितरित की।
प्राथमिक विद्यालयों में सभी अध्यापक गण उपस्थित रहे व साथ में आंगनबड़ी व सहायिका की भी उपस्थित रही