Farrukhabad News: मुख्यमंत्री द्वारा बंधा बनाने की घोषणा न होने पर ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ लगाए नारे
अमृतपुर। बाढ़ से बचाने के लिए बांध बनाने की मांग कर रहे ग्रामीणों के हाथ मायूसी लगी। मुख्यमंत्री के बंधा बनाने की घोषणा न करने पर ग्रामीणों ने नारेबाजी की। एडीएम व अन्य अधिकारियों के समझाने पर ग्रामीणशांत होकर चले गए।
जमापुर मोड़ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम लगा था। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने कहा की सरकार ने मडै़यन घाट पुल बनाने को मंजूरी देकर जिले में बड़ा काम किया है। गंगा एक्सप्रेसवे के शहजहांपुर जाने के बाद जिले की जनता को उससे जोड़ने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव के तहत गंगा एक्सप्रेसवे से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लिंक मार्ग बनवाया जाएगा। सभा में पहुंचे मुख्यमंत्री ने मंच से ऐसी कोई घोषणा नहीं की।
उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बाढ़ से बचाव के स्थायी समाधान कराने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के जाने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें राहत सामग्री नहीं चाहिए। उन्हें बाढ़ से बचाव के लिए पक्के बांध की जरूरत है। ग्रामीणों ने अमृतपुर विधायक के खिलाफ नारेबाजी कर दी। हंगामा कर रहे ग्रामीणों को पुलिसकर्मियों ने समझाने का प्रयास किया।
एसडीएम अमृतपुर रविंद्र सिंह ने ग्रामीणाें को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। एडीएम सुभाषचंद्र प्रजापति ने पहुंच कर ग्रामीणों को बताया कि बाढ़ न आए इसलिए मुख्यमंत्री ने स्थायी व्यवस्था करने की बात कही है। इसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए। ग्रामीण लगातार हंगामा करते रहे। काफी समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए और बाढ़ राहत किट लेकर घरों को चले गए।
मुख्यमंत्री के आने से पहले सड़क पर लगाई गई झाड़ू
जमापुर चौराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले तक दर्जनों सफाई कर्मचारी सड़क पर झाडू लगाते रहे। फर्रुखाबाद नगरपालिका की ओर से इटावा-बरेली हाईवे पर जमापुर में शहर का कूड़ा डाला जा रहा है। कूड़े पर कहीं मुख्यमंत्री की नजर न पड़ जाए , इसलिए मिट्टी व चूना डाल कर छिपाया गया।
गोवंशों को रोकने के लिए लगे सफाईकर्मी
मुख्यमंत्री पुलिस लाइन से कार द्वारा कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। मुख्यमंत्री की फ्लीट के सामने इटावा-बरेली हाईवे पर एक भी गोवंश न आ जाए। इस लिए बीडीओ राजेपुर, नवाबगंज, कमलागंज की ड्यूटी लगाई गई। बीडीओ के निर्देश पर कर्मचारी सड़क पर गोवंश न आने देने के लिए कर्मचारी हाथों में डंडे लेकर मुस्तैद रहे।
रास्ता बंद करने से यात्री भटके
मुख्यमंत्री के आने से पहले पांचाल घाट से निविया चौराहा तक रास्ता बंद कर दिया गया। आने-जाने वाहन रोक देने से यात्री परेशान हो गए। यात्री पैदल जाते दिखाई दिए। मुख्यमंत्री के जाने के बाद काफी दूर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस कर्मियों ने जाम खुलवाया। सभा समाप्त होने के लगभग एक घंटे बाद भी जाम नहीं खुल सका।
स्वास्थ्य शिविर में उमड़ी मरीजों की भीड़
मुख्यमंत्री के जमापुर आने से पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा इटावा-बरेली हाईवे के किनारे तीन जगह स्वास्थ्य कैंप लगाए गए थे। जमापुर व चाचूपुर में लगा स्वास्थ्य कैंप में मरीजों की भीड़ लगी रही। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने के कारण सबसे ज्यादा खुजली, बुखार के मरीज मिले हैं।
बिना पास के सभास्थल पर घुसने को लेकर सीओ-जिलाध्यक्ष में नोकझोंक
अमृतपुर। बिना पास के सभास्थल में घुसने का प्रयास कर रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। जानकारी पर पहुंचे जिलाध्यक्ष की पुलिस से नोकझोंक हुई। काफी गहमागहमी के बाद पुलिस ने भाजपा नेताओं को अंदर जाने दिया।
सोमवार को जमापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने का कार्यक्रम था। मुख्यमंत्री को चेहरा दिखाने की सभी नेताओं में होड़ रही। कुछ भाजपा नेता बिना पास के पहुंचे। सभास्थल की ओर जाने के लिए गेट से निकलने की जिद करने लगे। पुलिस कर्मियों ने बिना पास के अंदर जाने से रोक दिया। जिस पर भाजपा नेताओं व पुलिस कर्मचारियों में नोकझोंक होने लगी। जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता को मिली तो वह भी पहुंच गए। सभी नेताओं को अंदर आने की बात कही। जिस पर सीओ अमृतपुर रविंद्र कुमार ने कहा कि सूची में नाम न होने पर किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।इसको लेकर सीओ और जिलाध्यक्ष में काफी देर तक कहासुनी होती रही। एडीएम सुभाष चन्द्र प्रजापति ने मामला शांत किया। (संवाद
अमृतपुर। बिना पास के सभास्थल में घुसने का प्रयास कर रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। जानकारी पर पहुंचे जिलाध्यक्ष की पुलिस से नोकझोंक हुई। काफी गहमागहमी के बाद पुलिस ने भाजपा नेताओं को अंदर जाने दिया।
सोमवार को जमापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने का कार्यक्रम था। मुख्यमंत्री को चेहरा दिखाने की सभी नेताओं में होड़ रही। कुछ भाजपा नेता बिना पास के पहुंचे। सभास्थल की ओर जाने के लिए गेट से निकलने की जिद करने लगे। पुलिस कर्मियों ने बिना पास के अंदर जाने से रोक दिया। जिस पर भाजपा नेताओं व पुलिस कर्मचारियों में नोकझोंक होने लगी। जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता को मिली तो वह भी पहुंच गए। सभी नेताओं को अंदर आने की बात कही। जिस पर सीओ अमृतपुर रविंद्र कुमार ने कहा कि सूची में नाम न होने पर किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।इसको लेकर सीओ और जिलाध्यक्ष में काफी देर तक कहासुनी होती रही। एडीएम सुभाष चन्द्र प्रजापति ने मामला शांत किया। (संवाद

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